सारांश: इस लेख में सूर्य प्रकाश यह समझाने की कोशिश करते हैं कि कैसे भारत द्वारा अंतरिक्ष क्षेत्र में लाए गए सुधार, हमारी न्याय व्यवस्था के लिए भी एक मिसाल बन सकते हैं। उनका कहना है कि अगर हमें न्याय व्यवस्था का कायापलट करना है, तो हमें हर न्यायिक संस्था के काम में स्पष्टता लानी होगी, प्राइवेट सेक्टर को साथ लेना होगा और विशेष तकनीकी पद तैयार करने होंगे, बिल्कुल वैसे ही जैसे eCourts Phase III के विज़न डॉक्यूमेंट में परिकल्पित किया गया है।